राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर: कांग्रेस का तीखा पलटवार, भाजपा पर ध्यान भटकाने का आरोप
कांग्रेस ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर को 'सम्मान का प्रतीक' बताया, भाजपा पर राजनीतिक प्रतिशोध और ध्यान भटकाने की साजिश का आरोप लगाया।
20 दिसंबर, 2024, नई दिल्ली राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की एफआईआर को कांग्रेस ने सोमवार को “सम्मान की निशानी” बताया और इसे भाजपा की राजनीतिक साजिश बताया। राहुल गांधी पर संसद परिसर में कथित विवाद के बाद भाजपा के दो सांसदों प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को चोट पहुंचाने का आरोप है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “यह एफआईआर गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ राहुल जी के कड़े विरोध के जवाब में एक भटकाव की रणनीति से ज्यादा कुछ नहीं है।” बाबासाहेब अंबेडकर की विरासत की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है और यह मामला हमारे लिए सम्मान की बात है। Rahul Gandhi पहले भी भाजपा की राजनीतिक रंजिश के चलते 26 एफआईआर का निशाना बन चुके हैं, लेकिन न तो वह और न ही कांग्रेस इस सबसे हालिया एफआईआर से जातिवादी आरएसएस-भाजपा सरकार का विरोध करने से पीछे हटेगी।
भाजपा (BJP) सांसदों द्वारा किए गए दावे
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ शिकायत भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा प्रस्तुत की गई है। इसमें दावा किया गया है कि श्री गांधी ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा सांसदों को धक्का दिया, जिससे बालासोर के सांसद प्रताप सारंगी और उन्नाव के सांसद मुकेश राजपूत घायल हो गए।
अनुराग ठाकुर ने इस घटना को राहुल गांधी द्वारा की गई “दुर्भाग्यपूर्ण और अहंकारी” कार्रवाई बताया। उन्होंने दावा किया कि श्री गांधी ने सुरक्षाकर्मियों के निर्देशों की अवहेलना की, जिसके परिणामस्वरूप टकराव हुआ।
कांग्रेस की अस्वीकृति और जवाबी प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने आरोपों को दृढ़ता से खारिज कर दिया और शांतिपूर्ण प्रदर्शन में बाधा डालने के लिए भाजपा को दोषी ठहराया। “राहुल गांधी शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन भाजपा सदस्यों ने उनका रास्ता रोक दिया।”
प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया कि भाजपा सांसदों ने लाठी-डंडों का इस्तेमाल कर राहुल गांधी का रास्ता रोका। कांग्रेस ने संसद भवन पुलिस स्टेशन में भाजपा सांसदों के खिलाफ जवाबी शिकायत दर्ज कराई, जिसमें दावा किया गया कि उन्होंने उपद्रव किया।
महिला सांसद का आरोप
नागालैंड से भाजपा सांसद एस फंगन कोन्याक ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने विवाद के दौरान अनुचित व्यवहार किया। उन्होंने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को एक पत्र भेजा, जिसमें कहा गया कि राहुल गांधी की निकटता के कारण उन्हें “बहुत असहज” महसूस हुआ।
विपक्ष का समर्थन
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने राहुल गांधी के पक्ष में भाजपा के दावों का जोरदार खंडन किया। उन्होंने कहा, “मैं राहुल गांधी को लंबे समय से जानता हूं।” वह ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो हिंसक तरीके से काम करते हैं या दूसरों पर दबाव डालते हैं। उनके खिलाफ लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित और पूरी तरह से निराधार प्रतीत होते हैं। उमर अब्दुल्ला ने यह बयान उन दावों के जवाब में दिया जिसमें कहा गया था कि राहुल गांधी ने संसद के मैदान में भाजपा सांसदों को धक्का दिया।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को विशेषाधिकार हनन का नोटिस
बीजेपी (BJP) सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया है। उनका दावा है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गृह मंत्री अमित शाह के संबोधन का “आपराधिक रूप से बदला हुआ” संस्करण प्रसारित किया। दुबे का दावा है कि यह वीडियो जानबूझकर संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए बनाया गया था।
VIDEO | “I am a four-time MP, I have seen something like this for the first time. In the last 15-16 years, I have never seen Congress leaders barging into BJP’s protest or BJP people doing the same when Congress protests. Congress leaders have been protesting daily, not a single… pic.twitter.com/AyOXnC1qO4
— Press Trust of India (@PTI_News) December 19, 2024
बयान में निशिकांत दुबे ने कहा, “राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का व्यवहार राजनीतिक दिवालियापन का उदाहरण है।”
कांग्रेस की ओर से पूछताछ
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सवाल उठाया कि दिल्ली पुलिस बीजेपी नेताओं के बारे में कांग्रेस की महिला सांसदों की शिकायतों पर कार्रवाई करने में विफल क्यों रही। उन्होंने पूछा, “महिला सांसदों द्वारा दर्ज की गई एफआईआर पर पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?”
यह विवाद संसद में पार्टियों के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव और टकराव को उजागर करता है। कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में देखती है, जबकि बीजेपी इसे राहुल गांधी के लापरवाह व्यवहार का नतीजा मानती है। आने वाले दिनों में इस मामले को लेकर और भी राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आने की उम्मीद है।